066:ɱ5 |
14,20,22,29,38 |
ؿ:00 |
065:ɱ5 |
16,26,28,33,38 |
ؿ:13 |
064:ɱ5 |
16,18,19,20,21 |
ؿ:26 |
063:ɱ5 |
20,26,27,36,49 |
ؿ:19 |
062:ɱ5 |
20,26,27,36,49 |
ؿ:03 |
061:ɱ5 |
04,11,12,26,33 |
ؿ:27 |
060:ɱ5 |
06,09,10,11,12 |
ؿ:26 |
059:ɱ5 |
16,17,18,28,32 |
ؿ:33 |
057:ɱ5 |
16,22,28,32,40 |
ؿ:18 |
056:ɱ5 |
09,10,22,32,44 |
ؿ:48 |
055:ɱ5 |
16,24,36,42,48 |
ؿ:09 |
054:ɱ5 |
17,21,22,25,26 |
ؿ:16 |
053:ɱ5 |
01,10,20,32,48 |
ؿ:46 |
052:ɱ5 |
14,20,30,42,44 |
ؿ:32 |
051:ɱ5 |
14,20,30,42,44 |
ؿ:24 |
049:ɱ5 |
21,25,27,28,29 |
ؿ:44 |
048:ɱ5 |
12,16,17,22,23 |
ؿ:28 |
047:ɱ5 |
05,17,21,33,45 |
ؿ:47 |
046:ɱ5 |
20,21,23,28,30 |
ؿ:08 |
045:ɱ5 |
20,21,23,28,30 |
ؿ:32 |
044:ɱ5 |
13,14,43,44,45 |
ؿ:ţ29 |
043:ɱ5 |
11,14,19,21,23 |
ؿ:22 |
042:ɱ5 |
08,09,10,11,14 |
ؿ:49 |
040:ɱ5 |
20,22,24,25,29 |
ؿ:02 |
039:ɱ5 |
05,07,38,43,46 |
ؿ:21 |
038:ɱ5 |
14,20,26,29,44 |
ؿ:08 |
037:ɱ5 |
20,26,35,36,49 |
ؿ:44 |
036:ɱ5 |
21,23,24,33,45 |
ؿ:49 |
034:ɱ5 |
13,16,22,23,24 |
ؿ:15 |
033:ɱ5 |
14,22,36,43,48 |
ؿ:25 |
032:ɱ5 |
03,04,12,22,33 |
ؿ:43 |
031:ɱ5 |
14,20,26,32,39 |
ؿ:34 |
030:ɱ5 |
14,22,30,38,44 |
ؿ:39 |
029:ɱ5 |
11,13,16,17,22 |
ؿ:14 |
028:ɱ5 |
06,07,08,09,14 |
ؿ:13 |
027:ɱ5 |
04,05,11,17,27 |
ؿ:45 |
026:ɱ5 |
16,32,38,44,45 |
ؿ:04 |
025:ɱ5 |
16,23,24,28,35 |
ؿ:45 |
023:ɱ5 |
10,17,18,21,27 |
ؿ:01 |
022:ɱ5 |
10,18,20,31,32 |
ؿ:09 |
021:ɱ5 |
04,14,20,33,42 |
ؿ:32 |
020:ɱ5 |
05,06,28,36,49 |
ؿ:33 |
019:ɱ5 |
06,22,23,24,28 |
ؿ:36 |
018:ɱ5 |
16,22,28,33,34 |
ؿ:23 |
017:ɱ5 |
16,19,22,27,36 |
ؿ:04 |
016:ɱ5 |
10,20,32,39,48 |
ؿ:36 |
015:ɱ5 |
10,15,18,19,21 |
ؿ:39 |
014:ɱ5 |
22,24,26,28,30 |
ؿ:ţ17 |
013:ɱ5 |
01,02,32,38,48 |
ؿ:23 |
012:ɱ5 |
01,02,32,38,48 |
ؿ:37 |
011:ɱ5 |
12,28,36,42,48 |
ؿ:01 |
010:ɱ5 |
09,10,14,15,16 |
ؿ:24 |
009:ɱ5 |
09,16,31,32,38 |
ؿ:45 |
008:ɱ5 |
12,28,36,42,48 |
ؿ:08 |